National Apprentice Yojana 2025: शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में एक अहम कदम उठाते हुए शिक्षा विभाग ने स्नातक उत्तीर्ण छात्रों के लिए 12 महीने की अप्रेंटिसशिप योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के अंतर्गत 2020 से 2024 के बीच स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को 12 महीने का अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान चयनित प्रत्येक विद्यार्थीयों को DBT के माध्यम से ₹9,000 रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
जो छात्रों को आर्थिक रूप से मदद करेगा और उन्हें प्रोफेशनल ट्रेनिंग के जरिए रोजगार के लिए बेहतर तैयार करेगी। इस योजना की पात्रता क्या है? कब से शुरू होगा? यह सभी हम आगे बताने वाले हैं।
बिहार के स्नातक पास विद्यार्थियों के लिए नई अप्रेंटिसशिप योजना क्या है?
यह योजना मुख्य रूप से 2020 से 2024 के बीच B.B.A, B.Sc., B.C.A और B.Com. स्ट्रीम से उत्तीर्ण स्नातकों के लिए है। जिन्होंने अपना अंतिम सेमेस्टर पूरा कर लिया है या अंक प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया हो। इस योजना की खास से बातें:
- 2020-2024 के बीच स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थी को ही सिर्फ इस योजना का लाभ मिल सकेंगे।
- सभी विद्यार्थी B.B.A, B.Sc., B.C.A और B.Com. स्ट्रीम से उत्तीर्ण होने चाहिए।
- 12 महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण के दौरान प्रतिमाह ₹9,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- प्रशिक्षण में प्रैक्टिकल नॉलेज दिया जाएगा। जो आपको रोजगार पाने में मदद करेगा।
- 10 जनवरी से बिहार के कॉलेजों को राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप योजना से जोड़ा जाएगा।
- 15 University में होगा छात्र सेवा केंद्र स्थापित।
- 268 कॉलेज में होगी यह व्यवस्था।
स्नातक पास विद्यार्थियों के लिए अप्रेंटिसशिप योजना लाने का मुख्य उद्देश्य
स्नातक पास विद्यार्थियों के लिए अप्रेंटिसशिप योजना लाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान करना और उन्हें रोजगार अवसर के लिए तैयार करना है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों की टेक्निकल और व्यावसायिक दक्षताओं को बढ़ाएगा और उन्हें एक कॉम्पिटेटिव एनवायरमेंट में काम करने के लिए तैयार करेगा।
एक BCA स्नातक पास विद्यार्थी है। जो इस योजना के लिए आवेदन करता है और एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में अप्रेंटिस के रूप में चयनित हो जाता है। तो अगले 12 महीनों तक चयनित विद्यार्थी को न केवल प्रैक्टिकल नॉलेज मिलेगा। बल्कि हर महीने ₹9,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी। यह राशि उसे अपने खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी और साथ ही उसे आत्मनिर्भर बनने का अवसर देगी। साथ ही अगर वह अच्छे से प्रशिक्षण करता है। तो उसे उसी कंपनी में एक स्थायी नौकरी का प्रस्ताव भी मिल सकता है।
स्नातक पास विद्यार्थियों के लिए अप्रेंटिसशिप योजना में शामिल होने के लिए पात्रता
अप्रेंटिसशिप योजना का लाभ लेने के लिए विद्यार्थी 2020-2024 के बीच B.B.A, B.Sc., B.C.A और B.Com. सयांक से उत्तीर्ण होने चाहिए। या अंक पत्र प्राप्त कर चुके हैं। तभी आप इस योजना के लिए एलिजिबल होंगे।
अप्रेंटिसशिप योजना की शुरुआत और क्रियान्वयन
बिहार के 268 कॉलेजों को 10 जनवरी से शिक्षण संस्थान नेशनल अप्रेंटिसशिप स्कीम (NAS) से जोड़ दिए जाएंगे और 18 यूनिवर्सिटी में छात्र सेवा केंद्र स्थापित किया जाएगा। जहां हर शैक्षणिक संस्थान में एक अप्रेंटिसशिप ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर नियुक्त किया जाएगा। जो विभिन्न कंपनियों से छात्रों को जोड़ने में मदद करेंगे।
इसके साथ ही संस्थानों में कैरियर गाइडेंस प्रोग्राम भी आयोजित किए जाएंगे। जहाँ छात्रों को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी जाएगी और योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंडस्ट्री एक्सपोज़र देकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है।
अप्रेंटिसशिप योजना का वित्तपोषण
स्नातक पास विद्यार्थियों के लिए अप्रेंटिसशिप योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए दी जाने वाली ₹9,000 रुपये प्रतिमाह की राशि का 50% हिस्सा भारत सरकार द्वारा और शेष 50% हिस्सा संबंधित प्रशिक्षण संस्थान द्वारा वहन किया जाएगा। इसके अलावा प्रोत्साहन राशि लाभार्थी के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे छात्रों के बैंक खाते में जमा किया जाएगा।
बिहार के युवाओं के लिए क्यों अप्रेंटिसशिप योजना शुरू किया गया?
यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत, भारत सरकार की पोषित कार्यक्रमों को राज्य में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए शुरू की गई है। इसके तहत व्यावहारिक प्रशिक्षण बोर्ड के सहयोग से सभी संस्थानों में कैरियर गाइडेंस प्रोग्राम भी आयोजित किए जाएंगे। इन प्रोग्राम्स में विद्यार्थियों को योजना और प्रशिक्षण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी।