AI Camera: Gen Z Generation के दौर में जब भी आप कोई नया स्मार्टफोन खरीदने जाते हैं। तब आपको कैमरा चेक करते समय एक नया चीज सुनने को मिलता होगा वह है “AI Camera”। जब आप पहले स्मार्टफोन खरीदने जाते थे। तब आपको यह सब टर्मिनोलॉजी नहीं सुनने को मिलता होगा। लेकिन अब बहुत से स्मार्टफोन में आपको एआई कैमरा सुनने को मिल रहा होगा।
तो क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ये एआई कैमरा (AI Camera) क्या होता है, ये कैसा काम करता है और सामान्य कैमरा से यह अलग कैसे है? तो चलिए एआई कैमरा वाला स्मार्टफोन खरीदने से पहले हम डिटेल्स में AI कैमरा के बारे में जानते हैं।
Table of Contents
AI Camera क्या होता है?
मोबाइल में AI Camera का मतलब यह होता है कि आपके द्वारा क्लिक किए हुए फोटो और वीडियो की क्वालिटी को बढ़ाने या सुधारने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। जो आपके स्मार्टफोन के एआई कैमरा में एक एल्गोरिथम का सेट डाला होता है। जो रियल टाइम में चीजों को समझ, बूझकर और पहचान कर इमेज और वीडियो को ऑप्टिमाइज करता है।
इसमें डाले गए एल्गोरिथम कैमरे को यह समझने में मदद करता है कि आप किस चीज का फोटो ले रहे हैं या फिर सिंपल भाषा में समझे तो की कौन सा सब्जेक्ट है और कौन सा ऑब्जेक्ट है। कहां फोकस करना है। यह सब समझने के बाद एआई कैमरा आपका फोन के सेटिंग्स का इस्तेमाल करके फोटो और वीडियो को रियल टाइम में प्रोसेस करता है और यह एनालाइज करता है की कहां ब्राइटनेस देना है, कहां कंट्रास्ट एडजस्ट करना है और कहां सैचुरेशन को कंट्रोल करना है, अगैरा-बगैरा।
उदाहरण के तौर पर समझे तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला कैमरा पहले यह एनालाइज करता है कि आप किस चीज का फोटो क्लिक कर रहे हैं। जैसे कि वह कोई इंसान का फोटो है या फिर खाना का है या जानवर का है या कहीं घूमने गए हैं वहां का फोटो है। यह सभी सिन को समझ कर अपने हिसाब से लाइट और फोक्स को एडजस्ट कर धुंधले या डिम लाइट वाला फोटो को भी रियल टाइम में प्रोसेसिंग कर एक बेहतरीन फोटो तैयार करके आपको देता है।
AI Camera का फीचर्स
दोस्तों, अपने ऊपर जान ही लिया होगा कि एआई कैमरा क्या है और काम कैसे करता है। लेकिन अब हम इसके फीचर्स की बात करने वाले हैं। जो की नीचे दिया हुआ है। जिससे आपको एआई कैमरा को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी कि यह कैसे काम करती है।
#1. Seen recognization
एआई कैमरे का सबसे पहले और बड़ा फीचर सीन रिकग्निशन का है। जब भी कोई एआई कैमरे से कोई फोटो क्लिक करने वाले होते हैं, तो एआई अपने एल्गोरिथम सेट से सीन का विश्लेषण करता हैं।
जैसे कि मान लिया जाए कि आप कहीं घूमने गए हैं और वहां की प्राकृतिक सुंदरता को अपने फोन के कैमरा में कैप्चर करना चाहते हैं, तो उसके लिए आप लैंडस्केप में फोटो क्लिक कीजिएगा। जैसे ही आप वहां की प्राकृतिक सीन को AI Cam से कैप्चर करेंगे। तब एआई समझ जाता है कि इस सीन में ज्यादा फोकस प्राकृतिक दृश्यों पर देना है, जैसे आकाश, पहाड़, या हरियाली। इसी तरह, अगर आप किसी इंसान की तस्वीर ले रहे हैं, तो एआई फोकस ऑटोमेटिक एडजस्ट करके त्वचा की टोन को स्मूथ, गोरेपन कर निखारने की कोशिश करता है।
आपने देखा होगा कि जब अपने दोस्त के साथ सेल्फी क्लिक करते है, तो एआई अपने आप आपके और दोस्तों के चेहरे को डिटेक्ट करता है और आपकी स्किन टोन और बैकग्राउंड को एडजस्ट करता है। ताकि आपकी और आपके दोस्तों के चेहरा स्मूथ और क्लियर दिखे।
#2. Object Detection
AI कैमरा में ऑटोमेटिक ऑब्जेक्ट डिटेक्शन का भी फीचर शामिल होता है। एल्गोरिथम सेट यह पहचान करता है कि फोटो में क्या सब्जेक्ट हैं और कौन सी ऑब्जेक्ट, जैसी कोई गाड़ी, कोई पक्षी, या फिर कोई जानवर है। इसके बाद ये ऑब्जेक्ट्स के हिसाब से कैमरा सेटिंग्स को एडजस्ट करता है। जैसे ब्राइटनेस, कंट्रास्ट, सैचुरेशन, वगैरा।
जैसे कि उदाहरण के तौर पर बात करें तो अगर आप अपने किसी पालतू जानवर कुत्ता या बिल्ली का फोटो क्लिक कर रहे हैं। तो एआई कैमरा उसके फर को ज्यादा डिटेल्स में कैप्चर करेगा और फोकस को चेहरे पर लॉक कर देगा।
#3. Face And Eye Detection
आजकल के AI कैमरों में एडवांस फेस डिक्टेशन और आंखों की ट्रैकिंग का फीचर शामिल होता है। जिससे जब भी आप कहीं ऐसा जगह फोटो को कैप्चर कर रहे होते हैं। जहां पर कोई इंसान हो। तो एआई कैमरा ऑटोमेटिक फोक्स इंसान की फेस और आंखों पर सेट कर देता है। जिससे आप अपने स्मार्टफोन के कैमरा के बिना सेटिंग्स में छेड़छाड़ किए हाई क्वालिटी वाला क्लियर और नेचुरल पोट्रेट फोटोग्राफी निकाल पाते हैं।
जैसे की जब भी कभी फैमिली के साथ फोटो लेते हैं। तो फ्रेम में जितने भी लोग मौजूद होते हैं। एआई अपने एल्गोरिथम से फ्रेम में मौजूद सभी लोगों की चेहरे और आंखों को डिटेक्ट कर फोक्स को आंखों और चेहरे पर लॉक करता है। इसके बाद रिजल्ट यह आता है कि आपका फोटो में नेचुरल टोन के साथ क्लैरिटी सब्जेक्ट के ऊपर ज्यादा होता है और बैकग्राउंड ऑटोमेटिक ब्लर हो जाता है। जिसे आप पोट्रेट फोटोग्राफी करते हैं।
#4. Low Light Enhancement
आज के दिन लगभग सभी स्मार्टफोन में एआई कैमरा के साथ आ रहा है। जिसमें लो-लाइट जैसे कंडीशन में भी बढ़िया और क्लियर फोटोग्राफी निकाल कर दे रहे है।
अगर आप कोई ऐसी जगह फोटोग्राफी कर रहे हैं जहां पर कम रोशनी है या धुंधले वाली जगह है। तो वैसे जगह पर एआई एल्गोरिदम सीन को एनालाइज कर ब्राइटनेस, कंट्रास्ट और सैचुरेशन को ऑप्टिमाइज कर, बिना फोटो में नॉइस ऐड और ब्लर के नेचुरल फोटोग्राफी निकालकर देता है। यह मल्टीप्ल फ्रेम प्रोसेसिंग का इस्तेमाल करके, मल्टीप्ल शॉट को एक साथ मर्ज करता है। ताकि, जो मेंन इमेज हो वह नेचुरल, क्लियर और शार्प निकाल कर आए।
उदाहरण के लिए मान लिया जाय कि आप कहीं ऐसी जगह पर फोटोग्राफी कर रहे हैं। जहां पर कोई रात की पार्टी चल रही हो। तो आपने देखा होगा कि जब भी फोटो क्लिक करते हैं। तो वह कम रोशनी की वजह से सही फोटो नहीं आता है या फिर फोटो धुंधला आता है। लेकिन यही जब आप एआई कैमरा वाला स्मार्टफोन से फोटो क्लिक करेंगे। तब आपको क्लियर और शार्प इमेज मिलेगा। क्योंकि इसमें ऑटोमेटिक कंडीशन के हिसाब से सेटिंग्स को एडजस्ट कर लेता है और आपको बेहतर फोटोग्राफी मिलता है।
#5. Real Time Filter And Beautification
अगर आप खूबसूरत हाई क्वालिटी वाला फोटो क्लिक करना चाहते हैं। तब आप एआई कैमरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप रियल-टाइम में ब्यूटीफिकेशन फिल्टर अप्लाई कर बेहतर क्वालिटी वाला नेचुरल फोटो निकाल सकते हैं। ये आपके चेहरे एनालाइज कर उसे बेहतर बनाता है। बिना नेचुरल लुक के खत्म किए और आपके चेहरे की खामियां जैसे पिंपल्स या डार्क सर्कल्स को एआई स्मूथली आउट कर देता है। लेकिन आपका रियल चेहरा वैसे का वैसा ही दिखता है।
सेल्फी लेते समय एआई आपकी फोटो में बिना कुछ सेटिंग किए ऑटोमेटिक स्मूथनेस डाल देता है और आपको एक बेहतर लुक देता है। जैसे कि आपने कोई फोटो एडिटिंग ऐप का इस्तेमाल किया हो।
#6. Motion Detection
एआई कैमरा चलती हुई वस्तुओं को भी पहचान कर उन्हें प्रभावी ढंग से कैप्चर करता है। खासकर कोई खेल या गतिशील वस्तुओं का परफेक्ट शॉट निकाल कर देता है। मान लिया जाए किसी आप खेल का वीडियो या फोटो क्लिक कर रहे हैं और जो खिलाड़ी है वह तेजी से खेल की मैदान में गति कर रहा है तो एआई अपने एल्गोरिथम की मदद से ऑटोमेटिक ऑब्जेक्ट पर फोकस करके फोटो क्वालिटी को एनहांस करता है और फोटो और वीडियो में धुंधलेपन को कम करता है।
AI कैमरा का फ़ायदा
AI कैमरा का की फायदा की बात करें तो इसके निम्नलिखित फायदे हैं। जो नीचे बताए गए हैं:-
- एआई कैमरा आपको हर कंडीशन में क्लिक किए हुए फोटो को ऑप्टिमाइज़ कर अच्छा रिजल्ट निकल कर देता है, चाहे दिन का वक़्त हो या रात, ब्राइट लाइट हो या फिर डिम लाइट।
- एआई कैमरा आपके सीन फ्रेम को एनालाइज कर अपने हिसाब से सेटिंग्स को ऑटोमेटिक एडजस्ट करता है। इसमें आपको मैन्युअल सेटिंग करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
- एआई कैमरा से कैप्चर किए हुए फोटो और वीडियो को रीयल-टाइम में प्रोसेस करता है। इसलिए आपको बाद में क्लिक किए हुए फोटो और वीडियो को ज्यादा एडिटिंग करने की जरूरत नहीं पड़ती है और आपका टाइम भी बचत होता है।
- अगर आप एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर नहीं है। तब आपको मैन्युअल रूप से ब्राइटनेस, कंट्रास्ट, सैचुरेशन जैसे सेटिंग्स को एडजस्ट करने में दिक्कत हो सकती है। लेकिन एआई कैमरा में यह सभी सेटिंग सीन के अकॉर्डिंग ऑटोमेटिक एडजस्ट हो जाता है।
AI कैमरा का नुकसान
हर एक चीज का अपना फायदा और नुकसान होता है। तो ऊपर आपने एआई कैमरा का फायदा तो देख लिया है। तो अब इसके नुकसान की भी बात कर लेते हैं:-
जब आप एआई कैमरा से फोटो कैप्चर करते हैं। तब एआई फोटो की क्वालिटी एनहांस करने के चक्कर में कभी-कभी ओवर प्रोसेसिंग कर देता है। जिससे कैप्चर किया हुआ फोटो असली लूक खत्म हो जाता है और फोटो अननेचुरल लगने लगता है।
AI कैमरे से जब आप फोटो कैप्चर करते हैं। तब सब कुछ ऑटोमेटिक कंट्रोल होने लगता है। लेकिन बहुत से ऐसे प्रोफेशनल फोटोग्राफर होते हैं। जिनको सभी सेटिंग्स मालूम होता है और वह अपनी तरीके से सेटिंग्स को कंट्रोल कर सेटिंग्स को एडजस्ट करना चाहते हैं। तो ऐसे में उनके लिए एक लिमिटेशन लग जाता है।
एआई प्रोसेसिंग एक हैवी टास्क की श्रेणी में आता है। जो आपके स्मार्टफोन के CPU और GPU का ज्यादा इस्तेमाल करता है। इसलिए जब भी आप अपने कैमरे को एआई पर सेट करके फोटो क्लिक करते हैं। तब आपका फोन की बैटरी ज्यादा खत्म होती है। क्योंकि, एआई एल्गोरिथम सीन को एनालाइज कर लगातार रियल टाइम में प्रोसेसिंग करते रहता है। जिससे आपका मोबाइल का बैटरी का खपत बढ़ जाता है।
अगर आप किसी गतिशील वस्तु का फोटो कैप्चर कर रहे हैं। तो AI Cam कभी-कभार रियल टाइम प्रोसेसिंग में टाइम लगा देता है। जिससे गतिशील वस्तु आगे बढ़ जाता है और रियल टाइम एक्शन का सही फोटोग्राफी सही से नहीं क्लिक कर पता है। जैसे कोई प्लेयर प्लेग्राउंड में खेल रहा है। लेकिन अगर आप अभी प्लेयर का उस खास मोमेंट को कैप्चर करना चाहते हैं। लेकिन अगर एआई कैमरा प्रोसेसिंग में थोड़ा टाइम लगा देता है। तो ऐसे में वह शॉट छूट जाएगा।
AI Camera का Performance आपके सॉफ्टवेयर अपडेट पर भी निर्भर करता है। अगर आपके स्मार्टफोन का सॉफ्टवेयर अपडेट ना हो या कैमरा का AI Algorithm Set सही से ऑप्टिमाइज ना हो। तो आपको बेहतर रिजल्ट नहीं मिल सकता है। इसलिए, एआई कैमरा वाला स्मार्टफोन को हमेशा लेटेस्ट वर्जन वाला सॉफ्टवेयर पर अपडेट रखना चाहिए। जिससे एआई एल्गोरिथम सेट में हुए बदलाव और कुछ ऐड हुए नए फीचर्स का मजा उठा सके।
अपको भीड़-भाड़ वाली जगह पर एआई कैमरे से फोटो कैप्चर करने में कभी-कभार आपको परेशानी हो सकती है। क्योंकि, एआई हर चीज को सही से एनालाइज नहीं कर पता है। जिससे कुछ चीजें आपके फ्रेम से ऑट-ऑफ-फोकस होकर ब्लर हो सकती है। जैसे कि अगर आप कोई देने वाली जगह में फोटो क्लिक कर रहे हैं। तो AI Confuse हो सकता है कि किसे फोक्स पर रखना है और किसे ऑट-ऑफ-फोकस रखना है।
AI Camera Full Form
Artificial intelligence Camera
AI Camera का हिंदी मतलब
AI Camera का हिंदी मतलब में कृत्रिम बुद्धिमत्ता युक्त कैमरा होता है।
Innovative AI Camera क्या होता है?
Innovative AI Camera एक ट्रेडिशनल एआई कैमरा से आगे बढ़कर एडवांस टेक्नोलॉजी के साथ आता है। यह एक नई जनरेशन वाली कैमरा टेक्नोलॉजी है। जो आजकल के स्मार्टफोन में देखने को मिल रहा है। यह टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए एप्लीकेशंस और एल्गोरिथम सेट का इस्तेमाल करके बेहतरीन और ज्यादा क्रिएटिव फोटोग्राफी के साथ वीडियोग्राफी का भी ऑप्शन प्रोवाइड करता है।
इन्नोवेटिव एआई कैमरा का मकसद सिर्फ फोटो क्वालिटी को एनहांस करना नहीं है। बल्कि, पूरे फोटोग्राफी एक्सपीरियंस को स्मार्ट और ऑटोमेटिक बनाना है। अगर आप इस पर डिटेल्स में जानकारी चाहते हैं कि इसमें क्या-क्या फीचर्स है? यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करता है? तो इसके लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट छोड़ सकते हैं।
निष्कर्ष: एआई कैमरा क्या होता है?
AI Camera लगभग आज कल के सभी स्मार्टफोन के साथ आ रहे हैं। जो ना सिर्फ आपकी फोटोग्राफी को आसान बनाता है। बल्कि, उसे एक प्रोफेशनल टच भी देता है। सीन रिकग्निशन, ऑब्जेक्ट डिटेक्शन, फेस ट्रैकिंग, लो-लाइट एन्हांसमेंट जैसे फीचर्स के लिए जरूरी है एआई कैमरा टेक्नोलॉजी। एआई से क्लिक किए हुए हर फोटो और वीडियो को एक मास्टरपीस बना देती है।
तो आशा करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपकी सारी डॉट क्लियर हो चुकी होगी। अगर इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सुझाव हो या कोई सवाल हो तो आप कमेंट बॉक्स में छोड़ सकते हैं। इसका रिप्लाई आपको बहुत जल्द ही मिल जाएगा।