Second Hand Laptop लेने से पहले ये 10 Specification जरूर चेक करें !

Second Hand Laptop Buying Tips: अगर आप एक Use Laptop खरीदने का सोच रहे और आप चाहते है की कम कीमत में एक अच्छा सा लैपटॉप खरीद ले तो ये सब जरूर चेक करे!

Second Hand Laptop: जब से कोरोना का कहर आया है। तब से मोबाइल और कंप्यूटर का डिमांड बढ़ते ही जा रहे है और साथ ही इसके हर साल प्राइस भी बढ़ते जा रहा है। ऐसे में किसी को बाकई में एक लैपटॉप या डेक्सटॉप की जरुरत है। चाहें तो आपके पढ़ाई के लिए हो या ऑफिस वर्क के लिए इन सभी के लिए जरुरी हो गया है। क्योंकि अब बहुत से लोगों के पढ़ाई और ऑफिस के काम ऑनलाइन शिफ़्ट हो गया है। ऑनलाइन पढ़ाई और ऑफिस के काम या फिर आपको वीडियो एडिटिंग, कोडिंग, गेमिंग के लिए लैपटॉप या डेक्सटॉप खरीदना चाहते है और उनका बजट उतना नहीं है की वो नए लैपटॉप खरीद सके तो उनके लिए Used Laptop का सिर्फ ऑप्शन बचता है।

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हालांकि Used Laptop या Refurbished Laptop ख़राब नहीं होते है। बस आपको ख़रीदारी करने आना चाहिए। तो अगर आप चाहते है की कम बजट में एक अच्छा सा लैपटॉप खरीदना चाहते है। तो इस आर्टिकल में दिए गए इन सभी Steps की मदद से आप एक बढ़िया सा लैपटॉप की ख़रीदारी कर सकते है। आपको कौन-कौन से स्पेसिफ़िकेशन चेक करना होगा सेकंड हैंड लैपटॉप लेते समय, आप हार्डवेयर कैसे चेक करेंगे और भी इसी प्रकार के आपके मन में उठ रहे सबाल के जबाब इस आर्टिकल में आपको मिल जायेगा।

Second Hand Laptop लेने से पहले क्या चेक करें? -Buying Guide 

#1 एक अच्छे ब्रांड की लैपटॉप तलाश करें

जब भी आप कोई सेकंड हैंड लैपटॉप खरीदे तो आप हमेशा अच्छे ब्रांड का ही लैपटॉप खरीदे। जैसे की Dell, Lenovo, HP, Asus हो गया। ये हम आपको इसलिए बता रहे है की सेकंड हैंड लैपटॉप में कभी गारन्टी या वररंटी मिलता है या नहीं भी मिलती है। वैसे तो बिना गारन्टी या वररंटी के लैपटॉप नहीं लेना चाहिए पर इस बात पे हम दूसरे स्टेप्स में बात करेंगे।

अगर आपको गारन्टी या वररंटी नहीं मिलता है तो अगर आपका लैपटॉप में कोई खरबी आता है या कोई पार्ट्स ख़राब होते है तो आपके पास ना ही Help या Complain Register करने के लिए कोई Service Center उपलब्द होगा और नहीं जल्दी आपको उसके पार्ट्स मिलेंगे या नहीं भी मिल सकता है। ऐसे में आपका पूरा पैसा बरबाद हो जायेगा। तो आप हमेशा एक अच्छे ब्रांड लैपटॉप का ही ले नहीं है। तो आप उसको भूल जाना।

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#2 लैपटॉप का सीरियल नंबर जरूर चेक करें

अगर आप सेकंड हैंड लैपटॉप लेने जा रहे है। तो उसका बिल जरूर चेक करें। बिल से होगा क्या की आप उसके मदद से आप लैपटॉप के सीरिल नंबर से चेक कर पता लगा सकते है की जो लैपटॉप है। वो वहीं है या कोई दूसरा चिपकाया जा रहा है। साथ ही आप बैटरी और चार्जर का भी सीरियल मिला लीजिए। की जो बैटरी लगा है वह पहले वाला ही बैटरी है या फिर चेंज किया गया है।

अगर आपके लैपटॉप का सीरियल नंबर मैच नहीं करता है। तो वैसे लैपटॉप को लेना आपके लिए घाटे का सौदा हो सकता है। इसलिए वैसे लैपटॉप को भूल जाना ही बेहतर होगा। अगर आपके पास बिल नहीं है तो आप लैपटॉप कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप वहां से भी सीरियल नंबर जा करके चेक कर ले कि जो सीरियल नंबर है वह सही है या नहीं।

#3 Build Quality को अच्छे से चेक करें

ज्यादातर लोग लैपटॉप को तभी बेचते हैं। जब उनके लैपटॉप में स्क्रैच या गिर जाता है या फिर वो अपग्रेड होते हैं। तभी वे अपना लैपटॉप बेचते हैं। इसलिए आप जब भी लैपटॉप खरीदने जाए। तब आप बारीकी से लैपटॉप के चारों तरफ यह देख ले कि कहीं कोई स्क्रैच या टूटा फूटा तो नहीं है।

लैपटॉप को मोड़ कर भी देख ले कि Hinges या कहीं और से आवाज तो नहीं आ रहा है। टूटा फूटा तो नहीं है। मोड़ते समय यह भी देख लेना है कि लैपटॉप का स्क्रीन  बंद चालू (Blink) तो नहीं हो रहा है। क्या है कि ऐसे में ज्यादातर लैपटॉप में हिंज खराब होने के कारण होता है। अगर यह खराब होता है तो आपको इसे बनाने में काफी ज्यादा खर्चा बैठ सकता है। यह भी चेक कर लेना है कि हिंज ढीला तो नहीं है।

#4 कीबोर्ड और पोट्स को अच्छे से चेक करें

आप जब भी सेकंड हैंड लैपटॉप लेने जाये तो Keyboards और उसके Ports को चेक करना बिल्कुल न भूले। कीबोर्ड्स के एक-एक Key को Notepad या WordPad खोल के सारे को चेक करें। अगर कोई एक Key में भी दिक्कत होगी तो ऐसे में आपको पूरा उसका कीबोर्ड ही चेंज करना पड़ेगा।

जिसमे आपको ₹1200 से ₹2500 तक के नुकसान हो सकता है। उसके Mouse Trackpad को भी अच्छे से चेक कर ले और साथ ही उसमे लगे Key को भी चेक कर ले।Laptop के सारे पोर्ट्स को भी अच्छे से चेक कर ले की कहीं कोई खरब तो नहीं है। पोर्ट्स चेक करने के लिए आप अपने साथ एक Pen Drive और Earphone जरूर ले जाये।

#5 डिस्प्ले को स्मार्ट तरीके से चेक करे 

Display को चेक करने से पहले ये देख ले की उसके ऊपर कोई स्क्रैच तो नहीं है। उसके बाद में आप डिस्प्ले का Quality कैसा है ये चेक कर ले। LCD वाला डिस्प्ले न ले तो ही बेहतर होगा। आप अलग-अलग Formats के वीडियो चला कर देख ले की कौन-कौन सा फोर्मट्स सपोर्ट करता है। HD तक या 8K तक। कम से कम 4K तक तो सपोर्ट करने वाला ही लैपटॉप लेना आज के दिन आपके लिए बेहतर होगा।

डिस्प्ले का Pixel भी आप चेक कर लीजिएगा की कहीं Pixel Dead तो नहीं है। चेक करने के लिए आप आपने लैपटॉप में सभी प्रकार के Solid कलर वाला वीडियो प्ले करे या फिर Solid Colour वाला Background लगाकर देख ले। अगर डेड होगा तो आपको वहां डॉट जैसा दिखाई देगा या स्क्रीन के Bleeding हो रहा होगा। तो ऐसे में आप उसे न खरीदे।

#6 बैटरी के हेल्थ को भी चेक करे

Battery चेक करने के लिए सबसे पहले उसे चार्ज में लागए और ये देखें की वो फुल चार्ज हो रहा है या नहीं या फिर कोई एरर आ रहा है । अगर फूल चार्ज नहीं हो रहा है। तो वो बैटरी का लाइफ खत्म हो चूका है। दूसरा तरीका ये है की फूल चार्ज कर उस पर एक Heavy Application Run करे और देखे की कितना बैटरी ख़त्म हुआ। अगर 15 मिनट में 20% से 45% के बीच खफत हुआ है तो ठीक है। नहीं तो उसे भूल जाइये।

तीसरा तरीका ये है की आप लैपटॉप को खोलकर बैटरी वाले icon पर अपना माउस ले जाये वहां आपको बैटरी का स्टेटस देखने को मिल जाएगा। जिससे आप बैटरी का लाइफ पता कर सकते है।  

#7 System Configuration को बारिकी से चेक करें

जब भी आप एक लैपटॉप लेने जाये तो ये जरूर चेक करे की RAM कितना है, Processer कौन सा है, कौन सा जनरेशन प्रोसेसर का है, Hard Disk है या SSD  है, सिस्टम को बाद में अपग्रेड कर सकते है या नहीं। इन सभी बातों को अच्छे से आप चेक कर ले। उसके बाद ही ले।

क्या होता है कि दुकानदार ग्राहकों को कुछ भी समझा-बुझाकर वो सामान को बेच देते हैं और फिर जो ग्राहक होते हैं। उनको फिर बाद में दिक्कत आती है। तो फिर आप ऐसे में कोई ऐसा व्यक्ति जो पहले से लैपटॉप यूज़ कर रहा है या उसके बारे में कुछ जानता हो तो उसे जरूर ले जाएं अपने साथ। उससे आपको एक अच्छा लैपटॉप खरीदने में मदद मिलेगा।

सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन चेक करने के लिए आपको PC के About Section जाना होगा। अबाउट सेक्शन में जाने के लिए आपको सबसे पहले Settings में जाना होगा। उसके बाद System वाले ऑप्शन में जाना होगा। फिर आपको उसमे एक About का ऑप्शन दिखई देगा। उसपे क्लिक कर देना है सारा Details आपके सामने होगा।

नहीं आप दूसरा तरीका से भी चेक कर सकते है और दूसरा तरीका ये है की आपको बस एक सॉफ्टवेयर Install करना होगा। जिसका नाम CPU-Z है फिर क्या उसको ओपन करने पर आपके लैपटॉप का पूरा Detail आपके सामने होगा। जिससे की आपको एक अच्छा सिस्टम खरीदने में मदद मिलेगा।

#8 अच्छे Processor वाला सिस्टम ले

Processor ही है जो आपके पूरा सिस्टम को हैंडल करता है। आसान भाषा में कहे तो ये आपके सिस्टम का दिमाग है। यही से ये सोचता समझता है और सारे काम को पूरा करता है। ये जितना ज्यादा अच्छा और तेज होगा आपका लैपटॉप उतना ही रॉकेट की तरह फास्ट होगा। इसे आप अपने काम के हिसाब से चुनाब करें।

आपका जैसा काम वैसा प्रोसेस्सर। प्रोसेस्सर दो कंपनी के आते है। एक Intel के दूसरा AMD के। इन दोनों में जनरेशन और सीरीज़ के हिसाब से आता है और  जितना बड़ा नंबर जनरेशन और सीरीज़  का होगा उतना ही अच्छा प्रोसेस्सर होगा। ये दोनों ही प्रोसेस्सर अच्छे होते है। तो इसमें हम इन्टेल के प्रोसेस्सर के बारे में बात करेगें।

  • Intel Core i3 – अगर आपको सिर्फ आपने सिस्टम पर सिर्फ वीडियो देखना, पढ़ई करना है या थोड़ा बहुत ऑफिस के काम करने के लिए लेना चाहते है। तो ये आपके बेस्ट होगा। ये सस्ते भी होते है। इसमें थोड़ा बहुत Web Browsing भी कर सकते है।
  • Intel Core i5 – ये उनके लिए है जो लोग पढ़ई के साथ ऑफिस वर्क भी करते है। इसमें आप आसनी से वेब ब्राउज़िंग कर सकते है। इससे आप वीडियो एडिटिंग के साथ-साथ आप थोड़ा-बहुत App Development का भी काम कर सकते है।
  • Intel Core i7 – अगर आप अपने सिस्टम पर गेम खेलना चाहते हो या 3D मॉडल बनाना चाहते हो तो ये आपके लिए बेस्ट होगा।
  • Intel Core i9 – अगर आप एक Professional Video Editor, App Developer, Web Designing या फिर भारी भरकम काम करते हो तो ये आपके लिए ही है।

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#9 Heating Issue चेक करें  

हीटिंग इशू एक कंप्यूटर के लिए बहुत बड़ा प्रॉब्लम है। इससे आपका सिस्टम काम करना बंद कर देता है। तो इसे भी जरूर चेक करे। हीटिंग प्रॉब्लम को चेक करने के लिए आप हैवी सॉफ्टवेयर या हैवी गेम चलाये और चेक करे की आपका सिस्टम ज्यादा गर्म तो नहीं हो रहा है या सिस्टम को चालने में कोई दिक्कत तो नहीं हो रहा है।

कई बार तो ज्यादा हीट होने पर आपका कम्प्यूटर बंद चालू होने लगता है। इससे आपको पता चलेगा की आगे चल के आपका सिस्टम का Performances कैसा मिलेगा।

#10 हमेशा Authorized जगह से ही खरीदें

आप जब सिस्टम लेने जाये तो आप हमेशा एक ऑथराइज्ड दुकान या वेबसाइट से ही ले। हम ये इस लिया बता रहे है ताकि अगर आगे चल के आपके सिस्टम में किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो आप आसनी से उससे कॉन्टेक्ट कर पाए और क्लेम कर सके की जो आपने सामान दिया है जो सही या गलत। आप दुकान के बारे में अच्छे से पता कर ले।

ऑथराइज्ड दुकान या वेबसाइट से खरीदने के एक और फायदे है। यहाँ आपको हमेशा लैपटॉप कुछ सप्तहा या महीने की गारंटी के साथ मिलेगा। जो ये आपके लिए फायदेमंद की बात है। किसी ऐसे जगह से न ले जहां आपको गारन्टी या वारंटी की सुविधा ना मिले और नहीं किसी ऐसे व्यक्ति से ले जो दूकान के बहार खड़ा होते है और ये बोलते है चलिए हम आपको कम दाम में आपको हम एक अच्छा लैपटॉप दिला देंगे।

ऐसे वयक्ति को दुकान से संपर्क होता है और ये सब कमीशन पर काम करने वाले होते है। समझे तो ये सब दलाल होते है और इन सब के झांसा में बिल्कुल न आये।

अगर आप वेबसाइट से खरीद रहे है तो आप उसके रिव्यु ये सब चेक कर के ही ले। खरीदते समय आपको जल्दीबजी नहीं करना है। अच्छे से सब कुछ चेक कर ले तभी आप ऑडर करे।

#11 Wireless Connectivity को जरूर चेक करे 

आप लैपटॉप ले और ऑनलाइन काम ना हो ये हो ही नहीं सकता है। चाहे तो ऑनलाइन काम करना हो या ऑनलाइन पढ़ाई इन सब के इंटरनेट की जरूरत होती है। तो आप WIFI को भी जरूर चेक कर ले की ये काम करता है या नहीं। स्पीड दे रहा है नहीं या सिर्फ कनेक्ट हो रहा है। ये सब अच्छे से चेक कर ले साथ ही आप आपने मोबाइल से Bluetooth को भी कनेक्ट कर चेक कर ले की काम कर रहा है या नहीं। Web Cam को भी चेक कर ले।

FAQ

Q. क्या सेकंड हैंड लैपटॉप लेना ठीक है?

वैसे लोग जिनका बजट कम है या ऑनलाइन पढ़ई के लिए या पहली बार यूज़ के लिए ले रहे तो उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। क्योंकि सेकंड हैंड लैपटॉप काफ़ी सस्ते होते है। हाँ पर इसे खरीदने में थोड़ा रिस्क होता है। अगर आप लैपटॉप के बारे में नहीं जानते हो तब। अगर आप अच्छे से कंप्यूटर के बारे में जानते हो तो आपके कम कीमत में एक अच्छा सा सेकंड हैंड लैपटॉप मिल जायेगा। ये बिल्कुल आपके नई गाड़ी खरीदने जैसा है। अगर टेस्ट कर नहीं खरीदते है तो आपका पूरा पैसा बरबाद हो जाएगा।

Q. क्या सस्ते लैपटॉप लंबे समय तक चलते हैं?

ये आपके लैपटॉप के प्राइस और आपके वर्क लोड पर निर्भर करता है। बैटरी कैसा है, प्रोसेस्सर कैसा है और आपके काम के हिसाब से आपका लैपटॉप का प्रोसेस्सर कैसा है वो लोड लेगा या नहीं इन सभी बातों पर निर्भर करता है। अगर आपका लैपटॉप ज्यादा कीमत वाला होगा तो उसमे ज्यादा अच्छा CPU होगा, बैटरी होगा। उसका Build-Quality अच्छा होगा। वो लैपटॉप में ज्यादा फंक्शन होगा और साथ ही ज्यादा फास्ट लैपटॉप भी होगा। तो लम्बे समय चलेगा।

Q.लैपटॉप की बैटरी कितने साल तक चलती है?

बहुत से लोगों के मन में ये सवाल होता है की आखिर लैपटॉप का बैटरी कितने दिनों तक चलती है और किनते प्रकार के होती है। तो आपको बता दें की आपके लैपटॉप की बैटरी कितने दिनों तक चलेंगी ये आपके बैटरी के क्वालिटी पर निर्भर करता है की आपका बैटरी किस चीज़ से मिलकर बना है।बैटरी दो तरह के होते है पहला जो लिथियम आयन से बने होते है। ये करीब 2 साल से 5 साल तक के बिच में आराम से चलती है। ये अब आजकल के सभी नये लैपटॉप में देकने को मिल जायेगा। दूसरा की बात करे तो ये आपको पुरने लैपटॉप में ज्यादातर देखने को मिलेगा। ये बैटरी निकेल और कैडमियम से मिलकर बने होते है। ये सिर्फ 1.5  साल से लेकर 3 साल तक की टिक पाती है।

Q. सेकंड हैंड लैपटॉप के नुकसान क्या है?

Used लैपटॉप लेते है तो हो सकता है की ज्यादातर बार कोई नया टेक्नोलॉजी आये और आप उसे यूज़ न कर पाए और जो लैपटॉप में नये-नये मॉडिफेक्शन के साथ जो टेक्नोलॉजी आता है उसे आप उपयोग नहीं कर सकते है। दूसरा सबसे बड़ा दिक्कत ये है की मान लिया जाये की आपका Old Laptop है और कोई पार्ट्स Damage हो गया तो ऐसे में उसका सामान नहीं मिलता है या अगर मिलता है भी तो बहुत मुश्किल से।

Q. पुराने लैपटॉप कितने समय तक चलते हैं?

लैपटॉप के जीवनकाल (Laptop Age) की बात करें तो ये आपके काम पर और उसके क्वालिटी पर निर्भर करता हैं। हालांकि ये डेक्सटॉप से कम दिनों तक ही टिक पाता हैं। लेकिन हम एक एवरेज लेकर चले तो हम कह सकते है की 3 साल से 8 साल तक ही टिक पाता हैं। पर सभी लैपटॉप 2.5-3 साल बाद धीरे-धीरे अटकने लगते है। आपके रख-रखाब और गारंटी वारंटी जैसे फैक्टर पर भी निर्भर करता। तो आप इस हिसाब से पता कर सकते है की आपका पुराना लैपटॉप कितना दिनों तक टिक पायेगा। लगभग 3 से 4 साल तक तो चलेगा ही।

Q. कौन सा बेहतर रीफर्बिश्ड या यूज्ड लैपटॉप है?

दोनों में से बात करे तो यूज्ड लैपटॉप से अच्छा रीफर्बिश्ड लैपटॉप होता है। ये दोनों यूज़ किया हुआ होता है। पर दोनों ही अलग होते हैं। रीफर्बिश्ड लैपटॉप में अगर कुछ खराबी होता है। तो पूरा वो पार्ट्स ही बदला जाता है और पूरा अच्छे तरीका से चेक किया जाता है जैसे नई लैपटॉप को चेक करते है। यूज्ड लैपटॉप वैसे लैपटॉप आते जिन्हें मैन्युअली कोई इंसान चेक करता है और अगर रिपेयर करने लाइक होता है तो उसे रिपेयर किया जाता है। बहुत रीयर केस में चेंज किया जाता जाता है। इसमें लोकल कंपनी का भी सामान यूज़ किया जाता है।

Q. रिफर्बिश्ड लैपटॉप क्या है?

रीफर्बिश्ड लैपटॉप की बात करे तो ये ऑफीस यूज़ किये हुए लैपटॉप होता है। क्या होता है की कई ऑफिस में ऐसा टर्म एंड कंडीशन होता है। की 2 या 3 साल बाद उस लैपटॉप को बदलना होता है। चाहे तो वो यूज़ हुआ हो या नहीं या नहीं। या फिर ओपन बॉक्स्ड लैपटॉप होते है। रीफर्बिश्ड लैपटॉप को अच्छे से चेक किया जाता है और जो पार्ट्स डैमेज होता हो वैसे पार्ट्स को बदल दिया जाता है और रीफर्बिश्ड का मुहर लगा कर प्रोडक्ट को बेचा जाता है। इसमें  नए लैपटॉप जैसे ही पूरा चेक किया जाता है और इसमें जो भी पार्ट्स लगते है वो ऑरिजिनल पार्ट्स होते है। समझें तो बिलकुल नया। 

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 धन्यवाद!

Tech Masaala Founder & Author Profile Picture - Prem Raj Anand

Prem Raj Anand

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